सोशल मीडिया के नकारात्मक प्रभाव

आज के समय में दुनिया के लगभग 45% लोग इंटरनेट का उपयोग करते हैं लेकिन क्या आपको पता है हम जो इंटरनेट का उपयोग करते हैं या इंटरनेट पर जहां तक पहुँच सकते हैं वह पूरे इंटरनेट का केवल 4 से 5% हिस्सा है। इंटरनेट आज के समय में इतना खतरनाक हो चुका है कि आप सोच भी नहीं सकते हैं तो चलिए इंटरनेट के उस डार्क साइड के बारे में जानते हैं जो हमसे छुपाया जाता है या फिर उसे छोटा करके दिखाया जाता है।

क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है की आप Youtube या किसी अन्य Social media प्लेटफॉर्म पर किसी पर्टीकुलर Topic से रिलेटेड Videos देखने के लिए जाते हो या फिर किसी और काम के लिए जाते हो लेकिन करने कुछ और लग जाते हो जैसे रील्स देखने लगते हो या किसी अन्य टॉपिक पर विडिओ देखने लगते हो।

सोशल मीडिया के नकारात्मक प्रभाव
सोशल मीडिया के नकारात्मक प्रभाव

ऐसा करते हुए आपको पता ही नहीं चलता है कब 1 से 2 घंटे बीत जाता है। उसके बाद आपको याद आता है अरे मुझे तो इस Topic से रिलेटेड विडिओ देखना था और मैं 2 घंटे से रील देख रहा हूँ। अब तो सोने का time हो गया मुझे पढ़ना भी था चलो सो लेता हूँ सुबह जल्दी उठके पढ़ लूँगा। यदि आपके साथ भी ऐसा होता है तो आपने कभी सोचा है की ऐसा क्यों होता है की हम Social media पर किसी और काम के लिए जाते हैं और करने कुछ और लग जाते हैं।

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ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमें वही दिखाया जाता है जो हम देखना चाहते हैं या देखना पसंद करते हैं। आखिर सोशल मीडिया को कैसे पता है कि हम क्या देखना पसंद करते हैं।

सोशल मीडिया के नकारात्मक प्रभाव

आज के समय में लगभग सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, आपके द्वारा फोन में किए गए सभी एक्टिविटीज पर नजर रखती है। आप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जाकर किस वीडियो को ज्यादा देर तक देख रहे हैं किस वीडियो या रील को लाइक कर रहे हैं और क्या सर्च कर रहे हैं। इसके अलावा और जो भी एक्टिविटीज आप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर करते हैं उन सभी एक्टिविटीज पर नजर रखा जाता है और आगे का कंटेंट उसी हिसाब से दिखाया जाता है।

इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जो ऐड दिखता है वह भी आपके इंटरेस्ट बेस्ट पर ही दिखाया जाता है। मान लीजिए आपने गूगल क्रोम में जाकर टी-शर्ट के बारे में सर्च किया या फिर आप किसी से फोन पर बातें करते हुए टी-शर्ट के बारे में बात करते हैं। उसके कुछ समय बाद आप यदि किसी दूसरे प्लेटफार्म पर जाते हैं तो आपको कहीं ना कहीं टी-शर्ट की एड दिखने लग जाती है।

ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जो भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है वह आपके डेटा को रिकॉर्ड करके उसी से रिलेटेड आपको काफी अच्छी क्वालिटी का ऐड दिखाती है। जिससे आपका उस ऐड पर क्लिक करने का चांस काफी ज्यादा बढ़ जाता है। जिससे उस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की कमाई होती है। एक तरह से देखा जाए तो इसमे कुछ गलत भी नहीं है। क्योंकि जिस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में ऐड नहीं दिखेगा तो ज्यादा चांस है की वह प्लेटफॉर्म फ्री नहीं होगा। अगर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का फ्री में उपयोग करना है तो कुछ एड्स देखने में कोई बुराई नहीं है।

लेकिन कई एप्स तो ऐसी है जो अपने यूजर्स के डाटा को काफी मोटे दामों में दूसरे कंपनी को बेच देता है। जिससे वह कंपनी आपका डाटा को एनालाइज करके के इंटरेस्ट को ढूंढता है और उसी से रिलेटेड प्रोडक्ट आपके ईमेल तथा मैसेज के माध्यम से भेजता है। कई कंपनीयां ऐसी भी हैं जो आपकी डेटा का गलत उपयोग करती है और आप ब्लैकमेल तथा एडिक्शन का शिकार हो जाते हैं। और आपको लगता है कि यह मेरी ही किसी गलती के कारण हुआ है।

सोशल मीडिया के नकारात्मक प्रभाव से संबंधित घटना

सन 2007 की एक घटना है कनाडा के हैमिल्टन नामक शहर में एक 14 साल की लड़की थी जिसका नाम मेरियाना रहता है वह पास के किसी स्कूल में नाइंथ क्लास में पढ़ती है 6 साल की उम्र में ही उसके पिता की डेथ हो जाती है। और उसके बाद से वह अपनी माता के साथ घर में रहती है मेरियाना का एक छोटा भाई भी है जिसका नाम जॉर्ज रहता है। और उसकी माता पास की एक फुट पैकेजिंग कंपनी में काम करती है।

मेरियाना की माता जब काम पर जाती थी तो वह अपना फोन घर पर छोड़ कर जाती और शाम को 6:00 बजे घर आती थी दोनों बच्चे स्कूल से 1:00 बजे घर वापस आ जाते थे। और मां के न होने की वजह से यह दोनों आपस में ही खेलते या फिर फोन चलाते थे। 9 March 2007 को क्या हुआ की मेरियाना और उसका भाई जॉर्ज स्कूल से घर आते हैं तो जॉर्ज खाना खाने के बाद सो जाता है। शाम को उन दोनों की मां घर आती है तो देखती हैं की मेरियाना घर पर नहीं थी।

काफी ढूंढने के बाद भी मेरियाना नहीं मिलती है। तो उसकी मां पुलिस स्टेशन में जाकर कंप्लेंट करती हैं फिर भी मेरियाना का कोई पता नहीं चलता है। वहां की पुलिस कई दिनों तक जांच पड़ताल करती है उसके बाद पता चलता है कि मारियाना फेसबुक पर रेगुलर एक्टिव रहती थी। और काफी समय फेसबुक पर अपने दोस्तों के साथ बातें करती थी। जिससे कुछ किडनैपर्स ने उसे फेसबुक के जरिए ट्रैक करके किडनैप कर लिया था। और काफी दिनों तक ढूँढने पर भी मेरियाना का कहीं पता नहीं चलता है।

इससे यह पता चलता है कि यदि आपको इंटरनेट पर सेफ रहना है तो आप इंटरनेट का उपयोग कम से कम करें। इंटरनेट पर आपको कई ऐसी घटनाएं देखने को मिल जाएंगी जिसमें लोग इंटरनेट की वजह से एडिक्शन, स्ट्रेस, मानसिक तनाव, रेप तथा सुसाइड का शिकार हो जाते हैं।

ऐसा नहीं है कि इंटरनेट का उपयोग करना गलत है या इंटरनेट से केवल नुकसान है इंटरनेट के कई सारे फायदे हैं। यदि आप सही से इंटरनेट का उपयोग करें तो यदि आप इंटरनेट का उपयोग सतर्क होकर करेंगे तो नुकसान होने की संभावना काफी कम हो जाती है।

डार्क वेब क्या होता है?

इंटरनेट पर एक ऐसी भी दुनिया है जहां पर सारे illegal काम खुलेआम किए जाते हैं। जिसे Dark web के नाम से जाना जाता है डार्क वेब पर सभी तरह के इल्लीगल काम जैसे ड्रग्स स्मगलिंग, मर्डर, हैकिंग, बॉडी पार्ट्स की स्मगलिंग, चाइल्ड पॉर्नोग्राफी, किडनैपिंग इत्यादि खुलेआम किया जाता है। डार्क वेब पर कई ऐसी घटनाएं रोज होती है जिसे सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। डार्क वेब पर कैमरे के सामने एक जिंदा इंसान को बड़ी बेरहमी से मार दिया जाता है। या उसे अपने ही हाथों से अपने शरीर के अंग को काटने के लिए बोला जाता है। डार्क वेब इंटरनेट कि वह दुनिया है जहां आम इंसान का जाना तो आसान है लेकिन वहां से बच के आना काफी कठिन है।

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि हम जो इंटरनेट का उपयोग करते हैं वह पूरे इंटरनेट का केवल 4 से 5% इंटरनेट है। बचा हुआ 95% इंटरनेट Deep web तथा Dark web में आता है। इंटरनेट में हम जहां तक आसानी से पहुंच सकते हैं उसे Surface web के नाम से जाना जाता है। डीप वेब इंटरनेट का वह पार्ट होता है जहां सरफेस वेब पर इंटरनेट का उपयोग कर रहे लोगों का पर्सनल डाटा होता है। जैसे ईमेल, पर्सनल मैसेज, तथा पर्सनल डिटेल जो पासवर्ड प्रोटेक्टेड होता है।

जहां पर अन्य इंटरनेट यूजर का पहुंचना नामुमकिन होता है। और डार्क वेब जहां पर कई तरह के इल्लीगल काम किए जाते हैं। डार्क वेब को आम ब्राउज़र से एक्सेस नहीं किया जा सकता डार्क वेब को एक्सेस करने के लिए एक विशेष प्रकार का ब्राउज़र उपयोग किया जाता है जिसे Tor ब्राउजर के नाम से जाना जाता है।

आपने कभी सोचा है इंटरनेट को कौन कंट्रोल करता है या इंटरनेट का मालिक कौन है या फिर इंटरनेट कैसे चलता है? आप मे से ज्यादा लोग सोच रहे होंगे इंटरनेट सैटेलाइट के माध्यम से चलता है लेकिन यह सच नहीं है इंटरनेट के इन सभी टॉपिको के बारे में जानने के लिए आप इस लिंक पर (इंटरनेट का मालिक कौन है?)क्लिक करके जान सकते हैं। इससे रिलेटेड विडिओ देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। – इंटरनेट क्या होता है?

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