चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर (1971 – 1980) पूरी जानकारी

नमस्कार दोस्तों

आज के इस आर्टिकल में हम कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी (Fourth Generation of Computer) चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर की विशेषताएं (Features of Fourth Generation Computer) तथा चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर के फायदे वा नुकसान (Advantage and Disadvantage of Fourth Generation Computer) के बारे में विस्तार के जानेंगे।

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर
चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर

तो चलिए जानते हैं की चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर (Fourth Generation of Computer) क्या है। –

Table of Contents

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चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर (Fourth Generation of Computer in Hindi)

सन 1971 से 1980 के बीच के Computers को चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर की श्रेणी मे रखा गया है। चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर का विकास उस समय से माना जाता है जिस समय से कंप्यूटरों मे IC (Integrated circuit) की जगह माइक्रोप्रोसेसर का Use होने लगा।

Microprocessor
Microprocessor

Microprocessor के आविष्कार से कंप्यूटर के क्षेत्र में एक नई क्रांति आ गई। क्योंकि माइक्रोप्रोसेसर को एक सिलिकॉन चिप पर हजारों integrated circuits को इकट्ठा करके बनाया जाता था। माइक्रोप्रोसेसर को LSI (Large scale integration) और VLSI (Very Large scale integration) टेक्नॉलजी का use करके बनाया गया था।

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर पिछली पीढ़ी की तुलना में अधिक विश्वसनीए, फास्ट और पवरफुल थे। इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में C,C++, Java, PHP, जैसे high level language का उपयोग किया गया था। चतुर्थ पीढ़ी के कंप्यूटर में ऑब्जेक्ट-ऑरिएन्टेड प्रोग्रामिंग भाषा का use किया गया था। ऑब्जेक्ट-ऑरिएन्टेड प्रोग्राम का use समस्याओं को हल करने के लिए डिजाइन किया गया था।

Intel कंपनी ने पहला माइक्रोप्रोसेसर विकसित किया जिसका नाम Intel 4004 था। इसे 1971 में एक single सिलिकॉन चिप पर 2,300 transistors का उपयोग करके बनाया गया था। चौथी पीढ़ी मे ही IBM ने पहला पर्सनल कंप्यूटर (PC) बनाया था।

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटरों में सीरियल नंबर वाले माइक्रो प्रोसेसर का use किया जाता था क्योंकि सीरियल नंबर वाले माइक्रोप्रोसेसर कंप्यूटर की कार्यक्षमता के साथ-साथ उसकी गति को भी दर्शाते थे।

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटरों मे Data management, GUI development, report generation, mathematical optimization और web development जैसे कई अलग-2 अनुप्रयोगो को शामिल किया गया था।

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण (Example of Fourth Generation of Computer)

  • CRAY-1 (Super Computer)
  • CRAY-X-MP (Super Computer)
  • CRAY-2
  • CRAY Y-MP
  • Apple ||
  • VAX 9000
  • IBM 4341
  • IBM PC
  • PDP 11
  • STAR 1000
  • DEC 10
Relative Post:

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटरों की विशेषताएं (Properties of Fourth Generation of Computer)

माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessor):

चतुर्थ पीढ़ी के कंप्यूटर में VLSI (Very Large Scale Integration) माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग किया गया था।

गढ़ना करने की गति (Processing Speed):

चतुर्थ पीढ़ी के कंप्यूटर पिछली पीढ़ी की तुलना में काफी तेज थे। इनकी स्पीड Millions of instruction प्रति सेकंड थी।

कीमत (Cost):

इस पीढ़ी के कुछ कंप्यूटरों की कीमत काफी कम थी जिसे पर्सनल use के लिए भी आसानी से खरीदा जा सकता था।

आकार (Size):

इस पीढ़ी के कंप्यूटरों का आकार कफी छोटा हो गया था तथा ये कंप्यूटर काफी कम हीट करते थे जिससे इन्हे ठंडा रखने के लिए AC की भी जरूरत नहीं पड़ती थी।  

बिजली खपत (Power Consumption):

चतुर्थ पीढ़ी के कंप्यूटर काफी कम बिजली की खपत करते थे क्योंकि इनका आकार काफी छोटा हो चुका था।

भाषा (Language):

इस पीढ़ी मे C++, KLI, RPG, PHP जैसी high level language को विकसित किया गया।

इनपुट आउट्पुट (Input Output):

इस पीढ़ी में मॉनिटर, प्रिंटर, कीबोर्ड जैसे नए Input, Output मीडिया को विकसित किया गया।

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर के लाभ (Advantages of Fourth Generation of Computer in Hindi)

  • चौथी पीढ़ी के कंप्यूटरों में माइक्रोप्रोसेसर का use किया गया जिससे इनका आकार काफी छोटा हो गया।
  • इस पीढ़ी के कंप्यूटर काफी Fast थे।
  • पिछली पीढ़ी की तुलना में इस पीढ़ी के कंप्यूटर अधिक विस्वसनिये थे।
  • इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में Storage की क्षमता काफी बढ़ा दिया गया था।
  • इन कंप्यूटरों को बहुत कम मेन्टेन करना पड़ता था।
  • चतुर्थ पीढ़ी के कंप्यूटर काफी कम Heat produces करते थे।
  • इस पढ़ी के कंप्यूटर काफी सस्ते थे जिससे इन कंप्यूटरों का use काफी बढ़ गया।
  • इस पीढ़ी के कंप्यूटर काफी पोर्टेबल थे।
  • इस पीढ़ी के कंप्यूटर को लोग पर्सनल काम के लिए भी use करते थे।
  • इन कंप्यूटरों में टाइम-शेयरिंग तथा डिस्ट्रीब्यूटेड ऑपरेटिंग सिस्टम को add किया गया।
  • ये कंप्यूटर पिकोसेकेंड में गणना करते थे।

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर के हानियाँ (Disadvantages of Fourth Generation of Computer in Hindi)

  • Microprocessor को बनाना काफी जटिल कार्य था।
  • इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में अभी भी large amount मे IC (Integrated circuit) का use होता था।
  • IC (Integrated Circuit) को बनाने के लिए काफी Advanced तकनीकी की आवश्यकता पड़ती थी।
  • कंप्यूटरों के उपयोग के दौरान Culling fan से काफी आवाज निकलती थी।
  • VLSI सर्किट का निर्माण करने के लिए काफी Advance technology की आवश्यकता होती थी।
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FAQs (Frequently Asked Questions):

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर किस पर आधारीत हैं?

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटरों में VLSI (Very Large scale integration) आधारीत माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग किया गया था।

चौथी पीढ़ी की अवधि क्या थी?

चौथी पीढ़ी की अवधि सन 1971 से 1980 तक थी।

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर का नाम क्या है?

CRAY-1 (Super Computer)
CRAY-X-MP (Super Computer)
CRAY-2
CRAY Y-MP इत्यादि।

Conclusion:

Friends आज के इस article मे हमने चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर के बारें में सीखा की चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर (Fourth Generation of Computer in Hindi) क्या हैं तथा चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर की विशेषताएं और चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर के फायदे और नुकसान (Advantage and Disadvantage of Fourth Generation Computer in Hindi)

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