नमस्कार दोस्तों
आज के इस Article में हम Analog Computer के बारे में जानेंगे की एनालॉग कंप्यूटर किसे कहते है? (Analog Computer kise kahte hain in Hindi), एनालॉग कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं, एनालॉग कंप्यूटर की विशेषताएं तथा एनालॉग कंप्यूटर के उदाहरण इन सभी Topic के बारे में हम विस्तार से तथा आसान भाषा में समझने की कोशिश करेंगे।
Computer Electronic में मुख्यतः दो प्रकार के सिग्नल होते हैं – 1. Analog Signal 2. Digital Signal
वह सिग्नल या तरंगे जिसका आयाम (Amplitude) तथा आवर्त्ति (Frequency) नियत रहती है। उसे Analog Signal कहते हैं।
Digital Signal एक प्रकार की हार्मोनिक तरंग होती है। इसे 0 तथा 1 के रूप में प्रदर्शित किया जाता है। इस 0 तथा 1 को कंप्यूटर की भाषा में बाइनरी नंबर कहते हैं।
तो चलिए एनालॉग कंप्यूटर के बारे में समझते हैं की एनालॉग कंप्यूटर किसे कहते है? (Analog Computer kise kahte hain)
एनालॉग कंप्यूटर किसे कहते है? (Analog Computer kise kahte hain)
वह कंप्यूटर सिग्नल या तरंग जो एक नियत (Constant) रूप से चलती हैं अर्थात जिन कंप्यूटर तरंगों का आयाम (Amplitude) और आवर्त्ति (Frequency) नियत (Constant) रहती है। ऐसे कंप्यूटर एनालॉग कंप्यूटर कहलाते हैं।
एनालॉग कंप्यूटरों का उपयोग Physical गणनाओ जैसे- ऊंचाई, लंबाई, ताप, दाब इत्यादि को मापने के लिए किया जाता है। दैनिक जीवन में इसका उपयोग हम Thermometer, Bike Speedometer तथा एनालॉग बिजली मीटर इत्यादि के रूप में देख सकते है।
आज के समय में एनालॉग कंप्यूटरों का उपयोग काफी कम हो गया है। इनकी जगह आज कल डिजिटल कंप्युटर जैसे- Thermometer, Speedometer, Electric Meter ये सभी अब ज्यादातर आपको डिजिटल रूप में ही देखने को मिलती हैं। लेकिन आज भी कई क्षेत्रों में एनालॉग कंप्यूटरों का ही उपयोग होता है।
एनालॉग कंप्यूटर का आविष्कार William Thomson ने 1873 में किया था। जो समुन्द्र में उठने वाले ज्वार की भविष्यवाणी (Tide Predictor) के लिए विकसित किया गया था।
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एनालॉग कंप्यूटर के उदाहरण (Example of Analog Computer in Hindi)
आज के समय में ज्यादातर डिजिटल कंप्यूटर का ही उपयोग किया जाता है। लेकिन कई स्थानों पर एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग काफी ज्यादा किया जाता है। Analog Computer के कई उदाहरण जैसे- Speedometer (गतिमापक), Thermometer (तापमापक), Voltmeter (वोल्टमापक), Seismometer (भूकंपमापी), Analog Clock (एनालॉग घड़ी), Tide Predictor (ज्वरमापी) इत्यादि हैं।
Speedometer (गतिमापक):
जैसा की हम पहले ही समझ चुके हैं की Speedometer एक गति मापक यंत्र है। इसका उपयोग Vehicle मे गति को मापने के लिए किया जाता है।
आज के समय मे इसके स्थान पर Digital Speedometer का भी उपयोग काफी अधिक मात्रा में किया जाने लगा है। लेकिन अभी भी अधिकतर Vehicles में Analog Speedometer का ही उपयोग किया जाता है।
Thermometer (तापमापक):
Thermometer का उपयोग तापमान को मापने के लिए किया जाता है। ज्यादातर इसका उपयोग मेडिकल क्षेत्रों में मरीजों के शरीर का तापमान मापने के लिए किया जाता है। आधुनक समय में thermometer भी डिजिटल आने लगे हैं जो काफी सटीक जानकारी प्रदान करते हैं। काफी स्थानों पर अभी भी Mercury Thermometer का उपयोग किया जाता है। जो एक Analog Computer होता है।
Voltmeter (वोल्टमापक):
Voltmeter का उपयोग बिजली के वोल्टेज को मापने के लिए किया जाता है। यह एक प्रकार का Analog Computer होता है। जो इनपुट के तौर पर इलेक्ट्रिक ग्रहण करता है। उसके बाद voltage के रूप में आउट्पुट प्रदान करता है।
Seismometer (भूकंपमापी):
Seismometer का उपयोग भूकंप की तीव्रता को मापने के लिए किया जाता है। इसको पृथ्वी के समीप रख दिया जाता है। भूकंप या ज्वालामुखी विस्फोट के कारण पृथ्वी में कंपन आ जाता है। भूकंपमापी यंत्र उस कंपन की आवर्ती को रिकार्ड करके हमे अंकों के रूप में दर्शाता है।
Analog Clock (एनालॉग घड़ी):
सुइयों वाली घड़ियों को Analog Clock कहा जाता है। जिसका उपयोग आज के समय में भी काफी ज्यादा किया जाता है। हाँलाकी आधुनिक समय में डिजिटल घड़ियाँ भी मार्केट मे काफी ज्यादा प्रचलित हैं।
Tide Predictor (ज्वरमापी):
Tide Predictor का उपयोग समुन्द्र में उठने वाले ज्वर की भविष्यवाणी के लिए किया जाता है। समुन्द्र में आने वाला ज्वर चंद्रमा और पृथ्वी के बीच गुरुत्वाकर्षण के कारण होता है। यह डिवाइस चंद्रमा के Position का अनुमान लगता है।
एनालॉग कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं?
Input के आधार पर एनालॉग कंप्यूटर को मुख्य रूप से दो प्रकारों में बाँटा गया है-
- Electronic Analog Computer
- Mechanical Analog Computer
Electronic Analog Computer
वह कंप्यूटर जो इनपुट के रूप में इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल लेते हैं तथा आउट्पुट प्रदान करते हैं, Analog Computer कहलाते हैं। Voltmeter इसका एक अच्छा उदाहरण है, Voltmeter में इनपुट के रूप में इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल जाता है उसके बाद ही आउट्पुट प्राप्त होता है। की कितने Volt बजली उत्पन्न हो रही है।
वे एनालॉग कंप्यूटर जो इनपुट के तौर पर इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल लेने के बाद ही हमे आउट्पुट प्रदान करते हैं। वे सभी कंप्यूटर इलेक्ट्रॉनिक एनालॉग कंप्यूटर कहलाते हैं।
Mechanical Analog Computer
वह कंप्यूटर जो इनपुट के रूप में Mechanical Quantity का उपयोग करते हैं तथा उसके बाद ही कोई आउट्पुट प्रदान करते हैं। वे सभी कंप्यूटर Mechanical Analog Computer कहलाते हैं।
इसे आसानी से समझने के लिए Speedometer इसका एक अच्छा उदाहरण है। Speedometer का उपयोग Vehicle के speed को मापने के लिए किया जाता है। यह Vehicle के पहियों के घूमने की स्पीड के अनुसार इसमे physical परिवर्तन होता है। जो की एक Mechanical quantity है। इस फिज़िकल परिवर्तन से प्राप्त जानकारी से उस Vehicle की Speed तथा दूरी का पता लगाया जाता है।
एनालॉग कंप्यूटर की विशेषताए (Characteristics of Analog Computer in Hindi)
एनालॉग कंप्यूटर की कई विशेषताए हैं जो निम्नलिखित है-
- किसी-किसी स्थानों पर एनालॉग कंप्यूटर काफी सटीक रिजल्ट प्रदान करता है।
- एनालॉग कंप्यूटर वास्तविक समय में कार्य करते हैं।
- एनालॉग कंप्यूटर काफी तेजी से रिजल्ट प्रदान करते हैं।
- डिजिटल कंप्यूटर की तुलना में एनालॉग कंप्यूटर काफी सस्ते होते हैं।
- एनालॉग कंप्यूटर फिज़िकल (ताप, दाब, समय, ऊचई इत्यादि) गणना करते हैं।
- एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग कई क्षेत्रों में व्यापक रूप में किया जाता है।
FAQs:
एनालॉग कंप्यूटर कितने प्रकार का होता है?
Analog Computer मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है।
1. Electronic Analog Computer
2. Mechanical Analog Computer
एनालॉग कंप्यूटर का आविष्कार कब और किसने किया था?
एनालॉग कंप्यूटर का आविष्कार William Thomson ने सन 1873 किया था।
पहले एनालॉग कंप्यूटर का क्या नाम है?
पहला ज्ञात एनालॉग कंप्यूटर का नाम Astrolabe है। जिसका उपयोग सूर्य, चंद्रमा तथा ग्रहों की गति को मापने के लिए किया जाता था।
Conclusion:
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने कीबोर्ड के बारे में जाना की एनालॉग कंप्यूटर किसे कहते है? (Analog Computer kise kahte hain in Hindi), एनालॉग कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं, एनालॉग कंप्यूटर के उदाहरण तथा एनालॉग कंप्यूटर की विशेषताएं क्या हैं? इन सभी टॉपिक के बारे में जाना।
तो दोस्तों उम्मीद है, की आपको आज का यह Article अच्छा लगा होगा यदि यह आर्टिकल आपको पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूले। धन्यवाद!