शिक्षक बनने की चाह रखने वाले छात्रों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। अब कई विश्वविद्यालयों और राज्यों में BEd कोर्स में प्रवेश (Admission) के लिए प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) नहीं देनी होगी। इसके बजाय मेरिट बेस्ड एडमिशन प्रणाली लागू की जा रही है, जिसके तहत छात्रों को उनकी शैक्षणिक योग्यता (graduation/post graduation) के अंकों के आधार पर ही एडमिशन दिया जाएगा।
यह बदलाव खासतौर पर उन छात्रों के लिए फायदेमंद है जो BEd की तैयारी के साथ अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भी लगे हैं और समय की कमी के कारण प्रवेश परीक्षा की तैयारी नहीं कर पाते।
बिना प्रवेश परीक्षा होगा BEd में दाखिला
BEd एडमिशन प्रक्रिया में इस बार सबसे बड़ा बदलाव यह है कि अब कई राज्यों और विश्वविद्यालयों ने Common Entrance Test (CET) को समाप्त कर दिया है और सिर्फ मेरिट के आधार पर दाखिला देने का निर्णय लिया है।
ऐसे में जो छात्र ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन में अच्छे अंक लाए हैं, उन्हें सीधे कटऑफ या मेरिट लिस्ट के आधार पर कॉलेज मिल सकेगा।
किन राज्यों में लागू हो रही है मेरिट बेस्ड प्रणाली?
देश के कुछ प्रमुख राज्य जैसे:
- बिहार
- झारखंड
- मध्य प्रदेश
- राजस्थान
- उत्तर प्रदेश (कुछ यूनिवर्सिटी में)
- पश्चिम बंगाल
इन राज्यों में अब BEd एडमिशन मेरिट के आधार पर किया जा रहा है। हालांकि, हर राज्य की नीति थोड़ी अलग हो सकती है और कुछ राज्यों में अब भी प्रवेश परीक्षा अनिवार्य है।
मेरिट लिस्ट कैसे बनेगी?
मेरिट लिस्ट मुख्य रूप से छात्र के ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन के अंकों के आधार पर बनाई जाएगी।
कुछ विश्वविद्यालयों में ग्रेजुएशन के विषय, अंक प्रतिशत और आरक्षण कोटे को भी मेरिट लिस्ट में शामिल किया जाएगा। यदि सीटों की संख्या सीमित है तो category-wise merit तैयार की जाएगी।
आवेदन कैसे करें?
छात्रों को संबंधित यूनिवर्सिटी या कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरना होगा। आवेदन फॉर्म भरते समय आपको शैक्षणिक योग्यता, मार्कशीट, जाति प्रमाणपत्र (यदि लागू हो), पहचान पत्र आदि दस्तावेज़ अपलोड करने होंगे।
कुछ यूनिवर्सिटी आवेदन के बाद छात्रों से काउंसलिंग प्रक्रिया के लिए कॉल लेटर भेजती हैं, जिसमें सीट आवंटन होता है।
प्रवेश शुल्क और सीट निर्धारण
BEd कोर्स में प्रवेश के लिए फीस और सीटों की संख्या विश्वविद्यालय के अनुसार भिन्न हो सकती है। सरकारी कॉलेजों में फीस कम होती है जबकि निजी संस्थानों में यह अधिक हो सकती है।
मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद छात्रों को ऑनलाइन काउंसलिंग के माध्यम से कॉलेज का विकल्प चुनना होता है।
छात्रों के लिए फायदेमंद बदलाव
- परीक्षा की तैयारी का समय बचेगा
- प्रवेश प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और शीघ्र होगी
- छात्रों को केवल उनके शैक्षणिक प्रदर्शन के आधार पर मौका मिलेगा
- दूरदराज के छात्रों के लिए सरल और ऑनलाइन प्रोसेस
निष्कर्ष
BEd Admission 2025 में बिना प्रवेश परीक्षा के दाखिला की यह पहल छात्रों के लिए निश्चित रूप से राहत भरी है। इससे न केवल प्रक्रिया सरल होगी, बल्कि योग्य छात्रों को बिना किसी अतिरिक्त मानसिक दबाव के शिक्षक बनने की दिशा में एक मजबूत अवसर मिलेगा।
यदि आप BEd करना चाहते हैं, तो संबंधित विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर नियमित रूप से अपडेट चेक करें और समय रहते आवेदन जरूर करें।